पुण्य

हम कहे हमहूँ अलबेली अखाड़ा खोल लें,
ये ललमुनिया जाने काहे कपार खटखटा रही...
भाईसाब कुम्भ नहाने से बड़ा पुण्य अखाड़ा जॉइन करने में है।
हम फ़्री एंट्री दे रहे अलबेली अखाड़े की। कमाई लियो पुण्य।

Share:

0 comments